क्या ? करूं अब ऊंचाइयां इतनी दूरी पर है, नहीं जा पाऊंगा वहां पर।। क्या ? करूं अब ऊंचाइयां इतनी दूरी पर है, नहीं जा पाऊंगा वहां पर।।
जो आंसुओं कि दारिया बहा गई मेरे दिल में नदी बनकर। जो आंसुओं कि दारिया बहा गई मेरे दिल में नदी बनकर।
दुआएँ फिर भी सबको हँसकर दिए जा रहा हूँ। दुआएँ फिर भी सबको हँसकर दिए जा रहा हूँ।
लेटी हूँ फूलों से लदी तेरे इंतज़ार में बस तेरे इंतज़ार में। लेटी हूँ फूलों से लदी तेरे इंतज़ार में बस तेरे इंतज़ार में।
पास हो तो प्यार और विश्वास दिलाते हैं लेकिन दूर होते ही बदल जाते हैं। पास हो तो प्यार और विश्वास दिलाते हैं लेकिन दूर होते ही बदल जाते हैं।
महामारी में मरते हैं रोजाना हजारों लोग। महामारी में मरते हैं रोजाना हजारों लोग।